फिल्म 'इडियट बॉक्स' का एक दृश्य'ज्योति गाबा का नाम लेने पर लोगों के जहन में उनका चेहरा नहीं आयेगा पर यह निश्चित हैं कि फिल्म ‘इडियट बाक्स’ के रिलीज होते ही यह नाम घर-घर में चर्चा का विषय होगा। इस फिल्म की कहानी इस बात पर आधारित है कि टी वी ने लोगों की जिन्दगी में कितना अहम दखल देना शुरू कर दिया है। इस फिल्म में ज्योति टी वी की चर्चित सुपर स्टार क्वीन एकता कपूर से प्रभावित किरदार अनेकता कपूर निभा रही हैं। हाल ही में फिल्म के प्रचारक आई एम पन्नू ने फिल्म पत्रकार अशोक भाटिया की बातचीत ज्योति से करवाई। पेश है उस बातचीत के प्रमुख अंशः-
प्रश्न- जब आपको इस फिल्म में इस महत्वपूर्ण किरदार के लिए चुना गया तब आपको कैसा महसूस हुआ?ज्योति- यह एक अलग ही प्रकार का अनुभव है। जब मुझे पहली बार इस फिल्म में मुझे मेरा किरदार सुनाया गया तो मुझे लगा कि यह मेरे लिए बहुत ही चुनौतिपूर्ण किरदार है। आज एकता कपूर बहुत बड़ा नाम है और यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं ऐसी भूमिका कर रही हूँ जो एकता कपूर से प्रभावित है।
प्रश्न- आपने इस भूमिका को करने के लिए किस तरह की तैयारी की और फिल्म के पर्दे पर उसे उतारने में किस प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।ज्योति- सच बताऊँ तो मुझे इस तरह की भूमिका कैमरे के सामने करने में जरा भी कठिनाई नहीं आई क्योंकि मुझे पहले से ही इस भूमिका के बारे में बहुत कुछ बता दिया गया था। इस फिल्म के निर्देशक सुनन्दा मित्रा ने पहले ही से इस भूमिका के बारे में विस्तार से समझा दिया था और स्पष्ट था कि मुझे कैमरे के सामने किस प्रकार प्रस्तुत होना है। इसके अलावा मुझे इसके लिए कुछ खास होमवर्क नहीं करना पडा था।
प्रश्न- इस समय आप इस फिल्म को लेकर कितना उत्साहित हैं?ज्योति- मैंने इसके पहले फिल्म ‘थोड़ा प्यार थोड़ा मैजिक’, ‘सुनो ना’ वगैरह की है तथा बहुत से धारावाहिक किये हैं पर पहली बार कुछ अलग करने को मिला है। यह मेरे पिछले काम से बिल्कुल ही अलग है। मैंनें अब तक 300 विज्ञापन फिल्में की है उसमें से बहुत-सी जवान गृहिणी अथवा जवान प्यारी माँ की भूमिकाए वाली थीं। इस फिल्म में मेरे लिए एक मौका था कि मैं अनेकता कपूर के रूप में अपने को एक अच्छे कलाकार के रुप में स्थापित कर सकूँ। इसलिए इस फिल्म को लेकर उत्साहित होना स्वाभाविक है।
प्रश्न- नाम व आपके मेकअप के अलावा आपकी कौन-सी बात एकता कपूर से मिलती है?ज्योति- एकता कपूर बालाजी टेलिफिल्म की मुखिया हैं और इस फिल्म में मेरी कंपनी का नाम लालाजी टेलिफिल्म है। एकता हाथ में अंगुठियाँ पहनना पसंद करती हैं और फिल्म में मैं भी बहुत सी रिंगस् पहनती हूँ। मेरी चाल-ढाल, पहनावे को भी बिल्कुल एकता के समान दिखाया गया है।
प्रश्न- आप असल जिन्दगी में एकता से मिल चुकी हैं? ज्योति- दुर्भाग्यवश नहीं, पर एक अवार्ड फंक्शन में मैंने उनको बहुत ही करीब से देखा था, बस। परन्तु मैंने उनके बारे में बहुत कुछ अखबारों में पढ़ा है। कुछ बातें मुझे उसके करीबी दोस्तों से भी जानने को मिली और उन सब बातों की जानकरी होने के कारण मुझे अपनी भूमिका निभाने में सहायता भी मिली। मैंने जो जानकारी प्राप्त की थी उसके अनुसार एकता बहुत ही कड़क व मेहनती महिला है।
प्रश्न- क्या आपको लगता है कि एकता इस फिल्म को देख कर कुछ नाराज़ होंगी?ज्योति- नहीं, मुझे ऐसा नहीं लगता। हमारा ऐसा कुछ विचार नहीं था कि उनको इस फिल्म के माध्यम से थोड़ा भी अपसेट किया जाए। वह स्वयं एक समझदार फिल्म निर्माता हैं। उन्हें पता है कि फिल्म को फिल्म की दृष्टी से ही देखा जाता है, व्यक्तिगत तौर पर नहीं। हमने फिल्म में उनको सकारात्मक रुप में पेश किया है और फिल्म देख कर उन्हें फिल्म पर गर्व होगा।
प्रश्न- फिल्म के रिलीज के समय यदि आपका सामना एकता कपूर से हो गया तो आप क्या करेंगी?ज्योति- मैं उनसे डरूँगी नहीं बल्कि उनके पास जाकर नम्रता से अपना परिचय दूँगी कि ....हाय मैं अनेकता कपूर हूँ।
प्रश्न- भविष्य में और कोई जिन्दा आदमी का किरदार जिसे आप अपने अभिनय द्वारा पर्दे पर साकार करना चाहें?ज्योति- हाँ, ऐसा मौका मिला तो मैं सोनिया गांधी की भूमिका करना चाहूँगी।
प्रश्न- अंत में आप ‘इडियट बाक्स’ के बारे में चंद शब्दों में क्या कहना चाहेंगी?ज्योति- यह कोई हकीकत नहीं है। एक हास्य फिल्म है। जब भी दर्शक इस फिल्म को देखे तो महसूस करें कि यही आज घर-घर की कहानी है और उसे अपने ही घर की कहानी समझे। मुझे आशा है कि दर्शक इस फिल्म को अवश्य स्वीकार करेंगे।
प्रस्तुति: अशोक भाटिया
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