tag:blogger.com,1999:blog-765263009855166532.post8721631032151268530..comments2024-03-23T09:00:33.025+05:30Comments on बैठक Baithak: यही दुआ है मेरे भैया, तेरा-मेरा साथ रहे....नियंत्रक । Adminhttp://www.blogger.com/profile/02514011417882102182noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-765263009855166532.post-42507013322407069072010-08-30T18:20:46.086+05:302010-08-30T18:20:46.086+05:30ravindra ji ki tippni bahut kuch sochne par majbbo...ravindra ji ki tippni bahut kuch sochne par majbbor karti hai .<br /> dhanyvaad raveendra jineelamhttps://www.blogger.com/profile/00016871539001780302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-765263009855166532.post-82499438987253362062010-08-26T20:05:18.324+05:302010-08-26T20:05:18.324+05:30रक्षाबन्धन त्यौहार भाई-बहन के प्यार का प्रतीक तो...रक्षाबन्धन त्यौहार भाई-बहन के प्यार का प्रतीक तो कतई नहीं है , बल्कि भाई के आगे बहन की हीन-रक्षणीया छवि को महिमामण्डित करने का प्रतीक है । यह स्त्री-सशक्तिकरण और समानता के लिए प्रतिबद्ध भारतीय संविधान का भी खुल्लमखुल्ला ,पर सुन्दर मज़ाक है । इस रूप में यह भी बाकी कई चीजों की तरह पितृसत्तात्मक संस्कृति का अवशेष है,जिसे आज बाज़ार ने अपने मुनाफ़े के लिए हाथों में उठा रखा है और वह उस पर नित नयी कलई चढ़ा रहा है । आखिर हम सब के मन में एक छोटा सा सवाल क्यों नहीं जगता कि जब एक भी पर्व/व्रत ऐसा नहीं है,जो पुरुष की तरफ से स्त्री के (किसी सम्बन्ध-रूप माँ,बहन,बेटी,पत्नी/प्रेमिका) लिए आयोजित किया जाता हो,तब राखी जैसे पर्व प्रेम के पर्व कैसे हुए? प्रेम क्या एकतरफा होता है? दासत्व को प्रेम समझते रहने की आदत से हम कब बाज आएँगे? कितना सुन्दर नाम दिया--रक्षा-बन्धन! भाई क्या खा कर बहन की रक्षा करेगा? बहन को प्राकृतिक हक के रूप में प्राप्य उस (पैतृक?)सम्पत्ति को तो पहले वह छोड़े,जिस पर नाजायज अधिकार जमा के बैठे हैं हमारे समाज के निन्यानवे प्रतिशत भाई। क्या यह जरूरी है कि बहन बराबर रक्षा की ही मोहताज होगी ? किरण बेदी जैसी लड़की होगी तो भी क्या वही अपनी रक्षा के लिए राखी का धागा लिए किसी मरियल/नाबालिग भाई के भी पीछे दौड़ती फिरेगी?अगर हम प्रेम/रक्षा की इस एकतरफा सांकेतिकता को भाई-बहन की पारस्परिकता में बदलने की कोई सांस्कृतिक प्रक्रिया शुरु कर सकें ,तब तो ठीक है , अन्यथा कहना पड़ेगा कि बस करो!बहुत हो गया रक्षाबन्धन का इमोशनल ड्रामा ।<br /> -- रवीन्द्र / ०९८०१०९१६८२डॉ.रवीन्द्र कुमार पाठकnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-765263009855166532.post-71653857925362829202010-08-25T20:32:03.187+05:302010-08-25T20:32:03.187+05:30दीपाली जी, आपका लेख बहुत अच्छा लगा..लेट आयी हूँ यह...दीपाली जी, आपका लेख बहुत अच्छा लगा..लेट आयी हूँ यहाँ पर लेकिन सबको मेरी तरफ से बहुत शुभकामनायें...मेरा छोटा भैया तो इतना नटखट था कि पूछो न..अपनी तो जान जाते-जाते बची..लगता है कि ये स्टोरी भेज ही दूं निखिल जी को...अगर एतराज़ ना हो तो...Shanno Aggarwalhttps://www.blogger.com/profile/00253503962387361628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-765263009855166532.post-3107841493681506272010-08-25T19:17:35.479+05:302010-08-25T19:17:35.479+05:30aapp sabhi ka shukriya,
sahi kaha nikhil ji, pehl...aapp sabhi ka shukriya,<br /><br />sahi kaha nikhil ji, pehle aise hi tasveerein kheenchi jaati thi, islekh ke liye bhi socha tha bachpan wali pic bhejungi par meri album hi gum gai :(..<br /><br />khair, is baar bhi wahi hua, bhaai ne poore face ko mithai khilai par muh mein nahi daali...mera bhai duniya ka sabse natkhat bhaai hai. :)दिपाली "आब"https://www.blogger.com/profile/18338304714938415394noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-765263009855166532.post-28605101317426571312010-08-25T09:06:14.237+05:302010-08-25T09:06:14.237+05:30हम भी बड़े हुए तो अपनी बहनों को मिस किया....अचनाक ...हम भी बड़े हुए तो अपनी बहनों को मिस किया....अचनाक बहनें फ्रॉक से साड़ियों में आ गईं....शादी हो गई उनकी.....नहीं तो पहले राखी का अलग ही आनंद था....कभी-कभी तो फोटो खिंचवाने के लिए कलाई पर राखी बांधकर भाई-बहन अटक से जाते थे....फोटो खिंचती तो ही राखी मनती....मिठाई ज़बरदस्ती मुंह पर टिकाए रखते कि कैमरे का फ्लैश चमके....कभी-कभी समझदार फोटोग्राफर अपनी जेब में सौ के दो-चार नकली नोट साथ लेकर चलता और पूजा की थाली में डाल देता फोटो के वक्त.....ये नोट हर उस थाली में डाले जाते जहां-जहां उसे फोटो खींचने के पैसे मिलते....अब तो मोबाइल से ही काम चल जाता है....राखी रस्म भर हो गई है, त्योहार कहां रही...Nikhilhttps://www.blogger.com/profile/16903955620342983507noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-765263009855166532.post-22099858236862867932010-08-25T02:34:33.781+05:302010-08-25T02:34:33.781+05:30मैंने तुम्हें बड़ा होता नहीं देखा, बहुत मिस करती ह...मैंने तुम्हें बड़ा होता नहीं देखा, बहुत मिस करती हूं तुम्हें...'<br /><br />:)स्वप्निल तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/17439788358212302769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-765263009855166532.post-56091064516449514582010-08-24T14:13:31.610+05:302010-08-24T14:13:31.610+05:30सुंदर आलेख!....रक्षा-बंधन की अनेको शुभ-कामनाएं!सुंदर आलेख!....रक्षा-बंधन की अनेको शुभ-कामनाएं!Aruna Kapoorhttps://www.blogger.com/profile/02372110186827074269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-765263009855166532.post-35443601769471821642010-08-24T10:54:18.803+05:302010-08-24T10:54:18.803+05:30बहुत अच्छी पोस्ट .. रक्षाबंधन की बधाई और शुभकामन...बहुत अच्छी पोस्ट .. रक्षाबंधन की बधाई और शुभकामनाएं !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-765263009855166532.post-69511449857270032010-08-24T09:09:56.336+05:302010-08-24T09:09:56.336+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति........ रक्षाबंधन पर हार्दिक...बहुत सुन्दर प्रस्तुति........ रक्षाबंधन पर हार्दिक शुभकामनाये और बधाई....समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.com