tag:blogger.com,1999:blog-765263009855166532.post6240540825760140803..comments2024-03-23T09:00:33.025+05:30Comments on बैठक Baithak: नो हींदी नो हींदी नो हींदी!!नियंत्रक । Adminhttp://www.blogger.com/profile/02514011417882102182noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-765263009855166532.post-31691666733561476452009-11-12T17:24:50.585+05:302009-11-12T17:24:50.585+05:30अशोक जी,
बुरा ना मारण की बात है पर इस आलेख को हास...अशोक जी, <br />बुरा ना मारण की बात है पर इस आलेख को हास्य रस की दृष्टी से देखा जाये तो बड़े मजे का है. बड़ा मजा पणने में आया. पर बच्चे को जितना मजा खिचड़ी खाण में आवे है, उतना ही हींदी भी सीखण को करे है. अपनी रास्टर भासा पर गौरव किसे ण होगा? सही कहा ण मैंने?Shanno Aggarwalhttps://www.blogger.com/profile/00253503962387361628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-765263009855166532.post-15921277075817083482009-11-12T13:29:55.292+05:302009-11-12T13:29:55.292+05:30अशोक गौतम जी विचारोत्तेजक लेख के लिए बहुत-बहुत बधा...अशोक गौतम जी विचारोत्तेजक लेख के लिए बहुत-बहुत बधाई! कार्टून चित्र तो लाजवाब है ! दरअसल हिन्दी भाषा का बायकाट करने वालों को भारतीय संविधान की जानकारी नहीं इसलिए वोटों की खातिर ये कुछ भी कहने और करने को तैयार हैं। आपसी लडाई के चलते ही पिछ्ले साल हम २६/११ ब्लास्ट के शिकार हुए थे। उस वक्त भी भाषावाद के चलते यूपी वालों को पीटा जा रहा था। पूरा प्राशासन तंत्र घर के झगडे में उलझा हुआ था तभी मौका पाकर आतंकियों ने हमला किया था जिसका खामियाजा हम आज भी भर रहे हैं। आज वही माहौल फ़िर से बन रहा है। पूरा सिस्ट्म या तो इन नेताओं की सुरक्षा में लगा है या आन्तरिक झगडों में उलझा है।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-765263009855166532.post-81115444054112866072009-11-12T13:06:01.381+05:302009-11-12T13:06:01.381+05:30हिंदी वाले देश में है हिंदी का बुरा हाल
बच्चा कह...हिंदी वाले देश में है हिंदी का बुरा हाल <br />बच्चा कहे सीखने को मास्टर जाये टाल <br />क्या होगा इस देश का कौन है खेवनहार <br />देश की नैया डुबो रहा छीन रहा पतवार. <br />-शन्नोShanno Aggarwalhttps://www.blogger.com/profile/00253503962387361628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-765263009855166532.post-16246517364672383342009-11-12T06:39:19.279+05:302009-11-12T06:39:19.279+05:30मेरा दुर्लभ देश आज अवनति से आक्रांत हुआ,
अंधकार ...मेरा दुर्लभ देश आज अवनति से आक्रांत हुआ,<br />अंधकार से मार्ग भूलकर भटक रहा है भ्रांत हुआ।<br />तो भी भय की बात नहीं है हिन्दी पार लगावेगी,<br />अपने मधुर स्निग्द्ध नाद से अनन्त भाव जगावेगी।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.com